तुम्हे हंसना नहीं आया
मुझे रोना नहीं आया
मोहब्बत के समुन्दर में डूब
गोते लगाना नहीं आया
ख्वाबो की उड़ने तो बहुत उड़ी हमने
कुचल हिरनी सा भरना नहीं आया
थके - हारे गिरते - पड़ते बढ़ते रहे यू ही
बैसाखियों का ले सहारा चलना नहीं आया
छु न सके गम का साया भी तुम्हे, पर
मेरी आगोस में सिमट तुम्हे चलना नहीं आया
मुझे जीना नहीं आया, और
प्यार में गिर कर तुम्हे मरना नहीं आया
मुझे रोना नहीं आया
मोहब्बत के समुन्दर में डूब
गोते लगाना नहीं आया
ख्वाबो की उड़ने तो बहुत उड़ी हमने
कुचल हिरनी सा भरना नहीं आया
थके - हारे गिरते - पड़ते बढ़ते रहे यू ही
बैसाखियों का ले सहारा चलना नहीं आया
छु न सके गम का साया भी तुम्हे, पर
मेरी आगोस में सिमट तुम्हे चलना नहीं आया
मुझे जीना नहीं आया, और
प्यार में गिर कर तुम्हे मरना नहीं आया
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