To dear Nites, just before some month of marriage
भउजी कइलिन भईया के बरबाद
भईया देखत नइखे हमरी ओर
हम घूमी उनके पाछे
उ ढूंढे कमरा के कोन
देर रात में सुत्ते ले
खइलो में मैसेज भेजे ने
अब न गणित प्रश्न समझावे
न निम्मन मुर्गा बनावे ने
कुछ बोली त शोर मचावेने
भईया भइले बर्बाद
देखत नइखे हमरी ओर
अब सुनला अम्मा सुनला बाउजी
येही लगन में कईदा इनकर
बेडा पार
लावा भउजी के अपने दुआर
नाही त भईया के बढ़त जाई
आत्याचार
भईया देखत नइखे हमरी ओर
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